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» अगर आप इंसान होकर इंसानियत निभाते है तो आप की अहमियत भगवान से कम नहीं होती - @SPoonia777
अगर आप इंसान होकर इंसानियत निभाते है तो आप की अहमियत भगवान से कम नहीं होती - @SPoonia777
जीवन में आपके लिये वो पल सब से अहम और ख़ुशी का होता है जब कोई आप का अपना आप के कुछ भी कहने से पहले आपकी बातो से सब कुछ समज जाता है। में यहाँ किसी एक मुद्दे की नहीं बल्कि सब को एक साथ कहना चाहता हू। अगर आप किसी के लिये 1 % भी भलाई की सोचते हो तो आप की गिनती संसार के उन महान लोगो में होती है जो इंसानियत को जानते है और इंसानियत के रास्ते पर चलने के लिये तैयार होते है।
और दूसरी तरफ अगर आप किसी का भला नहीं कर सकते तो आप अगर उस का 1% भी बुरा सोचते है तो उस से अगले का कुछ नहीं जाता है आप अपना ही आत्म सम्मान खुद की नजरो में खो देते हो। आप के अंदर ही अंदर कुछ यु लगता है जैसे की कुछ गलत हो गया है।
मेरे कहने का अभिप्राय यह है की अगर 1 % आप का इतना कुछ कम कर सकता है तो आप के दैनिक जीवन में कि गई किसी की बुराई ओर कोई गलत काम आपके जीवन के लिये कितना घातक साबित हो सकता है।
" अगर आप इंसान होकर इंसानियत निभाते है तो आप की अहमियत भगवान से कम नहीं होती "
आप को अपने जीवन में कभी भी गलत कामों का प्रशिक्षण नहीं करना चाहिये कहने का अभिप्राय यह है की आप को गलत कार्य या गलत आदतों को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिये ऐसा कुछ करने से पहले एक बार उन लोगो के बारे में सोचना चाहिये जिस काम से उन को तकलीफ पहुंचती है या उन का कोई नुक्सान होता है। हमे जीवन में ऐसा कार्य करना चाहिये की दूसरों को उस से शिक्षा मिले और कुछ सिखने को मिले।
और दूसरी तरफ अगर आप किसी का भला नहीं कर सकते तो आप अगर उस का 1% भी बुरा सोचते है तो उस से अगले का कुछ नहीं जाता है आप अपना ही आत्म सम्मान खुद की नजरो में खो देते हो। आप के अंदर ही अंदर कुछ यु लगता है जैसे की कुछ गलत हो गया है।
मेरे कहने का अभिप्राय यह है की अगर 1 % आप का इतना कुछ कम कर सकता है तो आप के दैनिक जीवन में कि गई किसी की बुराई ओर कोई गलत काम आपके जीवन के लिये कितना घातक साबित हो सकता है।
" अगर आप इंसान होकर इंसानियत निभाते है तो आप की अहमियत भगवान से कम नहीं होती "
आप को अपने जीवन में कभी भी गलत कामों का प्रशिक्षण नहीं करना चाहिये कहने का अभिप्राय यह है की आप को गलत कार्य या गलत आदतों को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिये ऐसा कुछ करने से पहले एक बार उन लोगो के बारे में सोचना चाहिये जिस काम से उन को तकलीफ पहुंचती है या उन का कोई नुक्सान होता है। हमे जीवन में ऐसा कार्य करना चाहिये की दूसरों को उस से शिक्षा मिले और कुछ सिखने को मिले।
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